निर्माता निर्देशक सतीश कौशिक |
प्रारम्भिक जीवन:-
हिंदीसिनेमा के जानेमाने फिल्म निर्देशक, निर्माता एवं अभिनेता सतीश कौशिकजी का पिछले दिनों गुरुग्राम में निधन हो गया था। कहा जाता है कि उन्हें हार्ट अटैक का दौरा पड़ा था। तब उन्हें गुरुग्राम स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल में ले जाया गया था, परन्तु उन्हें बचाने में सफलता नहीं मिली।
वैसे अपने निधन से एक दिन पहले वे 7 मार्च को मुंबई में ही थे। वहाँ पर उन्होंने गीतकार एवं लेखक जावेद अख्तर के घर पर होली की पार्टी में शिरकत की थी। ऐसे में सभी उनके यूँ अचानक चले जाने से हैरान हो गए है।
प्रारम्भिक जीवन:-
सतीश कौशिकजी का जन्म 13 अप्रैल 1956 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से 1972 में स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी। इसके अतिरिक्त सतीश कौशिक राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय तथा भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान के पूर्व छात्र भी रहे। उन्होंने वहाँ से 1978 उपाधि हासिल की थी। आज के जानेमाने अभिनेता अनुपम खेर उनके सहपाठी हुआ करते थे।
सतीश कौशिकजी को मुख्य रूप से 1987 निर्माता बोनी कपूर की फिल्म "मिस्टर इंडिया" में 'कैलेंडर' और 1989 में निर्माता अशोक घई की फिल्म "रामलखन" में ' कांशीराम " की भूमिका से लोकप्रिय बने।
फिल्म '' मिस्टर इंडिया '' का पोस्टर |
फिल्म '' राम लखन '' का पोस्टर |
फिल्म '' मिस्टर इंडिया '' के दृश्य में सतीश कौशिक और अनिल कपूर |
"बॉलीवुड" में वे एक खुशमिज़ाज व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने हिन्दी सिनेमा जगत में कई बेहतरीन फिल्मों का निर्देशन किया है। यही नहीं उन्होंने कई फिल्मों में ऐसे भूमिकाएँ निभाई है, जिससे वे दर्शकों के चहेते बन गए है।
कैरियर की शुरूवात:-
सतीश कौशिकजी ने अपने फिल्मी जीवन की शुरुवात 1983 में निर्माता चंदना दत्त एवं देवी दत्त की फिल्म "मासूम" से निर्देशक शेखर कपूर के सहायक के रूप में की थी। वैसे इस फिल्म में उन्होंने 'तिवारीजी' की भूमिका भी निभाई थी।
बतौर निर्देशक : -
बतौर निर्देशक का दायित्व की शुरुवात अनिल कपूर और श्रीदेवी की फिल्म रूप की रानी चोरों के राजा से की परन्तु यह फिल्म लोकप्रियता की मंजिल तक नहीं पहुँच सकी। इस फिल्म का अस्वाद सहते हुए फिर उन्होंने अभिनेत्री तब्बू की प्रथम फिल्म "प्रेम" [1995] में निर्देशित की।
लेकिन फिल्म "प्रेम" ने भी उतनी लोकप्रियता हासिल नहीं की, परन्तु 1999 में निर्माता डी. रामानायडू की फिल्म "हम आपके दिल में रहते है" ने उनकी किस्मत बदल दी। वह फिल्म बहुत हिट हो गई।
उनकी अन्य निर्देशित फ़िल्में : -
1] निर्माता वाशु भगनानी की फिल्म "मुझे कुछ कहना है" [2001] कलाकार-तुषार कपूर, करीना कपूर, रिंकी खन्ना, अमरीशपुरी, आलोकनाथ और दिनेश हिंगू। निर्माता-सतीश कौशिक।2] निर्माता अनीश कपूर की फिल्म "बधाई हो बधाई" [2002]
कलाकार-अनिल कपूर, शिल्पा शेट्टी और कीर्ति रेड्डी। निर्देशक-सतीश कौशिक।
3] निर्माता सुनील मंचन्दा और मुकेश तलेजा की फिल्म "तेरे नाम" [2003]
कलाकार-सलमान खान, भूमिका चावला और महिमा चौधरी।
निर्देशक-सतीश कौशिक।
4] निर्माता सुभाष घई की फिल्म "शादी से पहले" [2006]
कलाकार-अक्षय खन्ना, सुनील शेट्टी, मल्लिका शेरावत, आयेशा तकिया और आफताब शिवदासानी। ऐसी अनेक फिल्मों को सतीश कौशिक ने निर्देशित किया है।
5] निर्माता बोनी कपूर और सुरेंद्र कपूर की फिल्म "मिलेंगे मिलेंगे" [2010] कलाकार-शाहिद कपूर, करीना कपूर, किरन खेर, सतीश शाह, हिमानी शिवपुरी और सतीश कौशिक।
प्रमुख फ़िल्में : -
"मासूम" [1983] , "जाने भी दो यारों" [1983] , "मंडी" [1983] , "उत्सव" [1984] , "सागर" [1985] , "मोहब्बत" [1985] , "जलवा" [1987] , "ठिकाना" [1987] , "एक नया रिश्ता" [1988] , "राम लखन" [1989] , "प्रेम प्रतिज्ञा" [1989] , "जोशीले" [1989] , "स्वर्ग" [1990] , "जमाई राजा" [1991] , "अंदाज़" [1994] , "मिस्टर एंड मिसेज खिलाडी" [1997] , "बड़े मियाँ छोटे मियाँ" [1998] ऐसी ही अनेक फ़िल्में सतीश कौशिक के नाम दर्ज है।
लेखक के रूप में : -
1] सुभाष घई की 2006 में निर्मित फिल्म "शादी से पहले" जिसकी कहानी सतीश कौशिक ने लिखी थी और उस फिल्म का निर्देशन भी उन्ही का था।
इस फिल्म में अक्षय खन्ना, आयशा ताकिया, मल्लिका शेरावत, सुनील शेट्टी और आफ़ताब शिवदेसानी ने भूमिका निभाई थी।
2] एनएफडीसी द्वारा 1983 में बनी व्यंगात्मक एवं हास्य फिल्म "जाने भी दो यारों" की कहानी सतीश कौशिक और रंजीत कपूर ने लिखी थी। इस फिल्म का निर्देशन कुंदन शाह ने किया था।
बॉलीवुड की इस फिल्म में मुख्य भूमिका में नसीरुद्दीन शाह, रवि बासवानी, भक्ति बर्वे, सतीश शाह, ओमपुरी, पंकज कपूर, सतीश कौशिक और नीना गुप्ता नजर आए थे।
मान एवं सन्मान : -
1990 में फिल्म "राम लखन" , 1996 में फिल्म "साजन चले ससुराल" , 1998 में फिल्म "परदेसी बाबू," 2022 में फिल्म "थार" के लिए फिल्मफेयर अवार्ड द्वारा उन्हें "सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता" के लिए सम्मानित किया गया था। आलावा 2021 में फिल्म "कागज़" के लिए "सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का " दादा साहेब फाल्के " अवार्ड भारत सरकार ने प्रदान किया है।
0 टिप्पणियाँ